बचपन के बारे में एक कविता...। बचपन के बारे में एक कविता...।
मासूमियत...। मासूमियत...।
मासूमियत, न जाने कहाँ खो गई...? मासूमियत, न जाने कहाँ खो गई...?
मन में उठते सवाल कई सारे सवाल संस्थापन के विरूद्ध कठिन सवाल। मन में उठते सवाल कई सारे सवाल संस्थापन के विरूद्ध कठिन सवाल।
कि जब बचपन मिले इसमें इस बार मायूसी ना हो...! कि जब बचपन मिले इसमें इस बार मायूसी ना हो...!
एक जीत पाने के लिए, कई हार साथ होती है ! एक जीत पाने के लिए, कई हार साथ होती है !